मध्य प्रदेश में लापता हुईं 23,000 से ज़्यादा महिलाएं और नाबालिग लड़कियां

मध्य प्रदेश में महिलाओं और बच्चियों की सुरक्षा को लेकर एक चौंकाने वाली खबर सामने आई है। सरकारी आंकड़ों के अनुसार, पिछले एक साल में राज्य से 23,000 से ज़्यादा महिलाएं और नाबालिग लड़कियां लापता हुई हैं। यह जानकारी खुद मुख्यमंत्री मोहन यादव ने विधानसभा में दी, जिसके बाद राज्य में कानून व्यवस्था को लेकर सवाल उठने लगे हैं।
विपक्षी कांग्रेस पार्टी के विधायक बाला बच्चन ने 1 जनवरी 2024 से 30 जून 2025 तक के आंकड़े मांगे थे। मुख्यमंत्री ने जवाब में बताया कि 30 जून, 2025 तक, कुल 21,175 महिलाएं और 1,954 लड़कियां एक साल में लापता हुई हैं। यह आंकड़ा बेहद चिंताजनक है और यह दिखाता है कि महिलाओं और बच्चियों की सुरक्षा एक गंभीर चुनौती बनी हुई है।
इस रिपोर्ट में एक और चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। महिलाओं और लड़कियों के खिलाफ गंभीर अपराधों में शामिल 1,500 से ज़्यादा आरोपियों को पुलिस अब तक पकड़ नहीं पाई है। यह कानून के रखवालों की कार्यप्रणाली पर भी सवाल खड़े करता है।
Read Also:- रायगढ़ रेलवे यात्रियों के लिए बुरी खबर: रद्द हुईं दो प्रमुख पैसेंजर ट्रेनें
सबसे ज़्यादा मामले इन जिलों में:
- सागर: 1,069 मामले
- जबलपुर: 946 मामले
- इंदौर: 788 मामले
यह आंकड़े दिखाते हैं कि इन जिलों में महिलाओं के खिलाफ अपराधों का ग्राफ तेजी से बढ़ रहा है। सरकार को इन जिलों में विशेष ध्यान देने की ज़रूरत है।
आगे क्या?
सरकार को इस गंभीर समस्या का समाधान निकालने के लिए तुरंत कदम उठाने चाहिए। पुलिस प्रशासन को मजबूत करने, आरोपियों को जल्द से जल्द पकड़ने और महिलाओं व बच्चियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सख्त नीतियां बनाने की ज़रूरत है। इस तरह के अपराधों को रोकने के लिए जन जागरूकता अभियान भी चलाना चाहिए।
इस मामले पर आपकी क्या राय है, हमें कमेंट में ज़रूर बताएं।