2025 में जबलपुर में मॉनसून में घूमने की 5 बेहतरीन जगहें: बारिश में करें यादगार सैर!

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2025 में जबलपुर में मॉनसून में घूमने की 5 बेहतरीन जगहें: बारिश में करें यादगार सैर!

जबलपुर, मध्य प्रदेश का दिल, मॉनसून के मौसम में और भी खूबसूरत हो जाता है। बारिश की बूँदें यहाँ की हरियाली को और भी निखार देती हैं, और नदियों-झरनों में नई जान आ जाती है। 2025 के मॉनसून में अगर आप कहीं घूमने का प्लान बना रहे हैं, तो जबलपुर आपके लिए एक परफेक्ट डेस्टिनेशन हो सकता है। यहाँ की प्राकृतिक सुंदरता, ऐतिहासिक स्थल और शांतिपूर्ण वातावरण आपको बारिश के मौसम में एक यादगार अनुभव देंगे।

आइए जानते हैं 2025 में जबलपुर में मॉनसून में घूमने लायक 5 बेहतरीन जगहें:

1. भेड़ाघाट (Bhedaghat): संगमरमर की चट्टानें और धुआँधार झरना

जबलपुर से लगभग 20 किलोमीटर दूर स्थित भेड़ाघाट नर्मदा नदी की गोद में बसा एक मनमोहक स्थान है। मॉनसून में यहाँ की खूबसूरती चरम पर होती है। नर्मदा का पानी जब संगमरमर की ऊँची-ऊँची चट्टानों के बीच से गर्जना करते हुए निकलता है, तो वह दृश्य सचमुच अविस्मरणीय होता है।

  • क्या करें:
    • धुआँधार झरना (Dhuandhar Falls): बारिश के बाद झरने का पानी और भी प्रचंड हो जाता है, जिससे धुएँ के गुबार जैसा भव्य दृश्य बनता है। यह मॉनसून में और भी प्रभावशाली दिखता है।
    • नाव की सवारी: संगमरमर की चट्टानों के बीच नर्मदा नदी में नाव की सवारी का आनंद लें। बारिश के बाद चट्टानों की चमक और हरियाली देखते ही बनती है। (हालांकि, तेज बारिश या नदी का जलस्तर बढ़ने पर नाव की सवारी बंद हो सकती है, इसलिए जाने से पहले पुष्टि कर लें।)
    • केबल कार: झरने के ऊपर से भेड़ाघाट का मनोरम दृश्य देखने के लिए केबल कार की सवारी करें। बारिश के बाद का नज़ारा और भी शानदार होता है।
  • टिप: छाता या रेनकोट साथ रखें। बारिश के बाद मौसम सुहावना होता है, लेकिन अचानक बारिश हो सकती है।

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2. मदन महल किला (Madan Mahal Fort): ऐतिहासिक किला और बारिश में मनोरम दृश्य

शहर के केंद्र में एक पहाड़ी पर स्थित, मदन महल किला 11वीं शताब्दी में गोंड शासक मदन शाह द्वारा बनवाया गया था। मॉनसून में इस किले के आसपास की हरियाली बढ़ जाती है, और ऊपर से पूरे जबलपुर शहर का नज़ारा बादलों और धुंध के बीच बेहद खूबसूरत लगता है।

  • क्या करें:
    • किले की प्राचीन वास्तुकला को देखें और इसके इतिहास को समझें।
    • बारिश के बाद की ताज़ी हवा और शहर का मनोरम दृश्य बहुत सुकून देता है।
    • फोटोग्राफी के शौकीनों के लिए यह एक बेहतरीन जगह है, खासकर जब आसमान में बादल हों।
  • टिप: किले तक पहुँचने के लिए कुछ सीढ़ियाँ चढ़नी पड़ती हैं, बारिश में फिसलने से बचने के लिए आरामदायक और ग्रिप वाले जूते पहनें।

3. चौसठ योगिनी मंदिर (Chausath Yogini Temple): प्राचीन शक्तिपीठ और हरी-भरी शांति

भेड़ाघाट के पास स्थित, यह 10वीं शताब्दी का प्राचीन मंदिर देवी दुर्गा को समर्पित है। मॉनसून में मंदिर परिसर के आसपास का वातावरण और भी शांत और हरा-भरा हो जाता है। यहाँ से नर्मदा नदी और आसपास के हरे-भरे परिदृश्य का सुंदर दृश्य बारिश के बाद और भी मनमोहक लगता है।

  • क्या करें:
    • मंदिर की अनूठी गोलाकार वास्तुकला को देखें।
    • शांत और पवित्र वातावरण में कुछ समय बिताएं और आध्यात्मिकता का अनुभव करें।
    • इतिहास और पौराणिक कथाओं के बारे में जानें।
  • टिप: मंदिर तक पहुँचने के लिए कई सीढ़ियाँ हैं। बारिश के कारण फिसलन हो सकती है, सावधानी बरतें।

4. डुमना नेचर रिजर्व (Dumna Nature Reserve): प्रकृति प्रेमियों का मॉनसून स्वर्ग

यह प्रकृति रिजर्व जबलपुर शहर के बाहरी इलाके में स्थित है और मॉनसून में वन्यजीवों और प्रकृति प्रेमियों के लिए एक आदर्श स्थान बन जाता है। बारिश के बाद यहाँ की हरियाली अपने चरम पर होती है, और वातावरण बेहद ताज़ा और जीवंत महसूस होता है।

  • क्या करें:
    • सुबह के समय नेचर वॉक या साइकिलिंग का आनंद लें। बारिश के बाद की ताज़ी हवा और मिट्टी की खुशबू मन मोह लेती है।
    • पक्षियों को देखने (Birdwatching) के लिए दूरबीन साथ ले जाएं, क्योंकि मॉनसून में कई प्रवासी पक्षी भी दिखाई दे सकते हैं।
    • यहां एक बच्चों का पार्क और एक बांध भी है, जहां आप पिकनिक मना सकते हैं।
    • कंकरखेड़ा गेट से जंगल सफारी का अनुभव करें (पहले से बुकिंग आवश्यक हो सकती है)। बारिश के बाद जंगल में जानवरों को देखना एक अलग अनुभव होता है।
  • टिप: कीट-पतंगों से बचने के लिए उचित कपड़े और मच्छर भगाने वाली क्रीम साथ रखें।

5. बैलेंसिंग रॉक (Balancing Rock): प्रकृति का मॉनसून में अद्भुत संतुलन

जबलपुर के पास स्थित बैलेंसिंग रॉक प्रकृति का एक अनोखा अजूबा है। यह एक बड़ी चट्टान है जो दूसरी छोटी चट्टान पर इस तरह से टिकी हुई है जैसे कि वह किसी भी पल गिर सकती है। मॉनसून में इसके आसपास की चट्टानें और भी साफ दिखती हैं, और हरियाली इसे और भी आकर्षक बनाती है।

  • क्या करें:
    • इस प्राकृतिक अजूबे को करीब से देखें और तस्वीरें लें।
    • इसके पीछे की भूगर्भीय प्रक्रियाओं को समझने का प्रयास करें।
  • टिप: यह मदन महल किले के रास्ते में पड़ता है, इसलिए आप इसे किले के साथ ही देख सकते हैं। बारिश के बाद का दृश्य इसे और भी प्रभावशाली बनाता है।

आप इसे किले के साथ ही देख सकते हैं। बारिश के बाद का दृश्य इसे और भी प्रभावशाली बनाता है।
जबलपुर मॉनसून में अपनी सुंदरता और शांत वातावरण के लिए प्रसिद्ध है। इन जगहों की सैर करके आप न केवल शहर के इतिहास और संस्कृति को करीब से जान पाएंगे, बल्कि बारिश की बूंदों के बीच प्रकृति की गोद में शांति और सुकून भी महसूस कर पाएंगे। तो, अपनी मॉनसून की छुट्टियों की योजना बनाएं और जबलपुर के इन अद्भुत स्थलों का अनुभव करें!

मॉनसून में जबलपुर जाने का सबसे अच्छा समय क्या है?

जबलपुर में मॉनसून का मौसम आमतौर पर जुलाई से सितंबर तक रहता है। इस दौरान शहर और उसके आसपास की हरियाली अपने चरम पर होती है, और झरने पूरे प्रवाह में होते हैं। तापमान भी अपेक्षाकृत ठंडा और सुहावना होता है, जिससे घूमने का अनुभव और भी सुखद हो जाता है। हालांकि, भारी बारिश के दिनों में कुछ बाहरी गतिविधियों (जैसे भेड़ाघाट में नाव की सवारी) पर प्रतिबंध लग सकता है, इसलिए यात्रा की योजना बनाने से पहले स्थानीय मौसम और स्थितियों की जांच कर लें।

मॉनसून में भेड़ाघाट में नाव की सवारी सुरक्षित है क्या?

मॉनसून में भेड़ाघाट में नाव की सवारी की उपलब्धता और सुरक्षा नर्मदा नदी के जलस्तर पर निर्भर करती है। हल्की बारिश या सामान्य जलस्तर पर नाव की सवारी आमतौर पर उपलब्ध और सुरक्षित होती है, और संगमरमर की चट्टानों के बीच बारिश के बाद का नज़ारा बेहद खूबसूरत होता है। हालाँकि, यदि नदी का जलस्तर बहुत बढ़ जाता है या बहाव तेज़ होता है, तो सुरक्षा कारणों से नाव की सवारी को अस्थायी रूप से बंद कर दिया जाता है। यात्रा करने से पहले स्थानीय पर्यटन अधिकारियों या नाव संचालकों से संपर्क करके नवीनतम जानकारी प्राप्त करना हमेशा उचित रहता है।

मॉनसून में जबलपुर जाते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए?

मॉनसून में जबलपुर की यात्रा करते समय कुछ बातों का ध्यान रखना आवश्यक है:
कपड़े: हल्के, आरामदायक और जल्दी सूखने वाले कपड़े पैक करें। एक रेनकोट या छाता साथ रखना न भूलें।
जूते: ऐसे जूते पहनें जिनकी ग्रिप अच्छी हो, क्योंकि बारिश में रास्ते फिसलन भरे हो सकते हैं।
कीट-पतंगे: मॉनसून में मच्छर और अन्य कीट-पतंगे बढ़ जाते हैं, इसलिए मच्छर भगाने वाली क्रीम या स्प्रे साथ रखें।
स्वास्थ्य: पानी और भोजन की स्वच्छता का ध्यान रखें।
सुरक्षा: पहाड़ी या चट्टानी इलाकों में घूमते समय अतिरिक्त सावधानी बरतें, खासकर बारिश के बाद।
बुकिंग: यदि आप किसी विशेष गतिविधि (जैसे जंगल सफारी) की योजना बना रहे हैं, तो उपलब्धता की पुष्टि के लिए पहले से बुकिंग कर लें।
इन बातों का ध्यान रखकर आप मॉनसून में जबलपुर की अपनी यात्रा को और भी आनंददायक बना सकते हैं।

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